1. आय-व्यय का लेखा बैठक में प्रस्तुत करना ।2. संस्था के आय-व्यय का लेखा परीक्षण हेतु किसी ऑडिटर की नियुक्ति कर सकते हैं 3. संस्था के आय-व्यय का लेखा समुचित रूप से रखा जायेगा और प्रति वर्ष अंकेक्षण नियुक्त 4. मअमुआदार या अमात्य-अमात्य राज्य के आय-व्यय का लेखा जोखा तैयार करके उस पर हस्ताक्षर करता था। 5. 4. लेखा टोली-यात्रा के आय-व्यय का लेखा रखने का कार्य तथा शेष समय यात्रा में सहयोग करेंगे। 6. बठक में आय-व्यय का लेखा भी प्रस्तुत किया गया है, जिसे मान्य करते हुए सर्वसम्मति से पारित किया गया है। 7. (2) समिति का आय-व्यय का लेखा परीक्षण से प्रतिवेदन तैयार करके साधारण सभा के सम्मुख प्रस्तुत करना । 8. आरपीसी जनरल बॉडी की मीटिंग करती है जहां आय-व्यय का लेखा जोखा रखा जाता है और उसकी समीक्षा की जाती है। 9. संस्था की आय-व्यय का लेखा नियमित रूप से रखा जाएगा तथा आमसभा द्वारा नियुक्त अंकेक्षण से प्रतिवर्ष अंकेक्षण कराया जाएगा । 10. आय-व्यय के बाउचरों को सुरक्षित रखना और वर्ष के अन्त में वार्षिक आय-व्यय का लेखा समय से तैयार करके आडिट हेतु अंकेक्षक को प्रस्तुत करना।